केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को कहा कि एक विशाल देश होने के नाते, भारत का अपना आपदा प्रतिक्रिया मॉडल हो सकता है और दुनियाभर के देश इसका अनुकरण कर सकते हैं। ‘नेशनल इमरजेंसी मेडिकल टीम, इंडिया’ पर एक सलाहकार कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा मांडविया ने कहा, भारत के मॉडल को सर्वोत्तम वैश्विक प्रथाओं से सीख लेकर तैयार किया जा सकता है।
हालांकि मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन करना महत्वपूर्ण है, लेकिन हम पिछले कुछ दशकों में आपातकालीन और आपदा प्रतिक्रिया के राष्ट्रीय उदाहरणों से सीख लेते हुए अपने मॉडल को समृद्ध कर सकते हैं। जमीनी स्तर पर आपात स्थितियों से निपटने के लिए लचीला और चुस्त बनने की खातिर यह मॉडल मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) से आगे भी जा सकता है। मांडविया ने कहा, आपातकालीन प्रतिक्रिया व प्रबंधन के राष्ट्रीय ढांचे के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण मॉड्यूल में बहु-क्षेत्रीय और बहु-स्तरीय सीख को शामिल करने की आवश्यकता है।
दो दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य लोगों को पहल की नीति, रणनीति, भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर विचार-विमर्श करने का मंच प्रदान करना है। साथ ही स्वास्थ्य के अनुरूप आपदा तैयारी के लिए देश की जरूरतों को एकीकृत करने के लिए एक रोडमैप तैयार करने के लिए साथ लाना है।