एसआर स्कूल की छात्रा प्रिया राठौर की मौत की गुत्थी को सुलझाने के लिए बृहस्पतिवार को घटनास्थल पर क्राइम सीन दोहराया गया। हॉस्टल की पांचवीं मंजिल से तीन बार पुतला (15 किलो वजन का) फेंका गया। इसकी वीडियोग्राफी की गई। अब इसकी मदद से फॉरेंसिक एक्सपर्ट विश्लेषण कर रिपोर्ट पुलिस को देंगे। फॉरेंसिक एक्सपर्ट हत्या, हादसे और आत्महत्या के पहलू पर ही जांच कर रहे हैं। वहीं, छात्रा के पिता ने सवाल उठाया है कि बेटी का वजन करीब 35 किलो था। ऐसे में वजन में आधे से ज्यादा का अंतर होने पर सही रिपोर्ट कैसे बनेगी। जालौन निवासी जसराम राठौर की 13 वर्षीय बेटी एसआर स्कूल से आठवीं कक्षा की पढ़ाई कर रही थी। वह स्कूल के ही हॉस्टल में रहती थी।
19 जनवरी की शाम को वह छुट्टी से वापस हॉस्टल पहुंची थी। 20 जनवरी की रात आठ से नौ बजे के बीच हॉस्टल में प्रिया की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। पुलिस ने अज्ञात पर हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच में पुलिस साक्ष्य जुटा नहीं सकी। स्कूल प्रबंधन ने कई बार बयान बदले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सवाल खड़े हुए। इसलिए जांच की गुत्थी उलझती गई। गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस ने एक्सपर्ट की मदद ली। डीसीपी नॉर्थ एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने क्राइम सीन दोहराया है। एक-एक बिंदु की तफ्तीश की है। अब जो वह रिपोर्ट देंगे उस दिशा में जांच की जाएगी।
प्रिया के पिता और चेयरमैन के बीच बहस
क्राइम सीन दोहराए जाने के दौरान प्रिया के पिता जसराम और कॉलेज के चेयरमैन के बीच बहस हो गई। जसराम ने चेयरमैन से कहा, मेरी बेटी की हत्या हुई है, मुझे इंसाफ चाहिए। आखिर बेटी की जींस पर खून के छींटे कहां से आए। जसराम के मुताबिक, इस बात पर चेयरमैन ने कहा कि प्रिया के हाथ में चोट लगी थी। उसने हाथ की नस काट ली थी। इस पर जसराम बोले कि अगर ऐसा हुआ था तो कॉलेज प्रबंधन ने जानकारी क्यों नहीं दी। इसी तरह कुछ और बातों पर दोनों की बीच सवाल-जवाब होते रहे।
बहुत कुछ स्पष्ट होना मुश्किल
फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने बताया कि पुतले को तीन बार फेंका गया। पहली बार में धक्का दिया गया। दूसरी बार में स्लिप कर गिराया गया, जबकि तीसरी बार में इस तरह फेंका गया, जैसे कोई ऊंचाई से कूदा हो। इसमें तीनों पहलू आ गए। अगर ऊपर से प्रिया गिरी है तो या तो किसी ने उसे धक्का दिया, या खुद कूदी या फिर धोखे से गिरी। यही बिंदु देखे जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक शुरुआत में कुछ तथ्य ऐसे सामने आएं, जिससे स्थिति स्पष्ट होना बेहद मुश्किल है। फॉरेंसिक टीम एक से दो सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी।
कदम-कदम पर उलझता जा रहा केस
फिलहाल फॉरेंसिक टीम यही मानकर चल रही है कि प्रिया की मौत ऊंचाई से गिरकर हुई है। मेडिकोलीगल एक्सपर्ट ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखकर बताया था कि जिस तरह की चोटें हैं, वह इतनी ऊंचाई से गिरकर नहीं आ सकतीं। उसको मारा गया है। शुरुआत में जिस फॉरेंसिक टीम ने जांच की थी उसने भी मौखिक रूप से यही बताया था कि बिल्डिंग से गिरकर प्रिया की मौत नहीं हुई है। वारदात के दो दिन बाद पुलिस ने भी इससे नकार दिया था, लेकिन अब फिर से उसी बिंदु पर जांच शुरू हुई है। पूरा मामला और उलझता जा रहा है।
स्कूल प्रशासन की सफाई : 19 को प्रिया के हाथ में लगा था बैंडेज
एसआर ग्लोबल की वाइस प्रिंसिपल शालिनी श्रीवास्तव ने प्रिया की मौत के मामले में बृहस्पतिवार रात बयान जारी किया। इसमें उन्होंने घटना से एक दिन पहले 19 जनवरी को प्रिया के हाथ में एक बैंडेज लगा होने की बात कही है। साथ ही प्रिया के छत से कूदने की आशंका भी जताई है। बताया कि घटना को लेकर एसआर इंस्टीट्यूशंस ने 22 जनवरी को पांच सदस्यीय जांच टीम बना दी थी।