ब्रिटेन में सबसे कम समय तक प्रधानमंत्री रहने वालीं लिज ट्रस ने दावा किया है कि उनकी विफलता के पीछे उनकी नीतियां नहीं, बल्कि पूरा सिस्टम जिम्मेदार था। ट्रस ने कहा कि वह अपनी कर-कटौती की नीतियों को अभी भी सही मानती हैं। उन्होंने कंजर्वेटिव पार्टी में आंतरिक विरोध और शक्तिशाली आर्थिक प्रतिष्ठान को अपनी विफलता के पीछे जिम्मेदार ठहराया।
बता दें, लिज ट्रस, बोरिस जॉनसन को हराकर प्रधानमंत्री पद पर काबिज हुई थीं। हालांकि, अपने बजट प्लान की घोषणा के बाद बाजार में मची उथल-पुथल के कारण उन्हें छह सप्ताह के अंदर इस्तीफा देना पड़ा।
मुझे नीतियों को लागू करने का मौका नहीं मिला
एक अखबार से बात करते हुए ट्रस ने कहा, उन्होंने अपनी मुक्त-बाजार नीतियों के विरोध को कम करके आंका। उन्होंने कहा, जो कुछ हुआ, उसके लिए मैं खुद को निर्दोष होने का दावा नहीं करती, लेकिन मुझे राजनीतिक समर्थन में कमी के कारण अपनी नीतियों को लागू करने का मौका नहीं मिला।
ट्रस के बजट से बाजार में मची थी उथल-पुथल
सितंबर में लिज ट्रस ने प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करते ही कर कटौती के साथ आर्थिक विकास को बढ़ावा देने का वादा किया। हालांकि, 45 बिलियन पाउंड के बिना कर कटौती वाले बजट, जिसमें सबसे ज्यादा कमाई करने वालों के लिए आयकर में कमी शामिल थी, को पेश किया गया। इससे वित्तीय बाजार में उथल-पुथल मच गई। अधिक कर्ज और उच्च मुद्रास्फीति की संभावना ने पाउंड को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निचले स्तर पर गिरा दिया। सरकारी उधारी की लागत बढ़ गई और बैंक ऑफ इंग्लैंड को बांड बाजार को बढ़ावा देने और लोगों की पेंशन को खतरे में डालने वाली व्यापक आर्थिक मंदी को रोकने के लिए कदम उठाने पड़े।
मझे बली का बकरा बनाया गया
ट्रस ने दावा किया कि लंबे समय से चल रही अस्थिरता के बीच उन्हें बलि का बकरा बनाया गया था। उन्होंने कहा, वह अब भी मानती हैं कि उनका कम-कर और छोटे-राज्य का एजेंडा सही था। हालांकि, इसके खिलाफ बहुत बड़ी ताकतें काम कर रहीं थीं। बता दें, बाजार में मची उथल-पुथल के बाद ट्रस ने सबसे पहले ट्रेजरी प्रमुख क्वासी क्वार्टेंग को पद से बर्खास्त किया था। कुछ दिन बाद उन्होंने भी पद से इस्तीफा दे दिया।