जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा के समापन के बाद गुरुवार तड़के दिल्ली लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पालम हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत हुआ। इसके बाद पीएम मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी दुनिया में भारत की बढ़ती छवि और प्रतिष्ठा के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की।
जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व के कारण दुनिया नए भारत को नए नजरिए से देख रही है। पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे ने भारतीय राजदूत से कहा कि वह पीएम मोदी को विश्व गुरु मानते हैं। जयशंकर ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री की ओर से मोदी को 'बॉस' कहे जाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने करीब 45 साल के अपने अनुभव में ऐसा कभी नहीं देखा।
उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की उस टिप्पणी को याद करते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व के कारण भारत की छवि और प्रतिष्ठा इतनी ऊंची हुई है कि अगले महीने देश की अपनी राजकीय यात्रा के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री की मौजूदगी वाले कार्यक्रमों में निमंत्रण की भारी मांग है। बाइडन ने कहा था कि वह मोदी का ऑटोग्राफ चाहते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री के नेतृत्व की प्रशंसा भी की।
जयशंकर ने बताई पूरी कहानी
विदेश मंत्री ने कहा कि पापुआ न्यू गिनी के बाद हम फिर उसके बाद ऑस्ट्रेलिया गए। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को कहा- 'बॉस'। उसमें भी एक कहानी है। पीएम मोदी को 'बॉस' कहना ऑस्ट्रेलियाई पीएम की स्पीच में नहीं था। उन्होंने बाद में मुझसे कहा कि यह उनकी भावना थी। मुझे अंदर से आवाज आई कि मुझे अपनी भावना को प्रकट करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब किसी देश और वो भी ऑस्ट्रेलिया जैसे देश के पीएम 'द बॉस' कहें और पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री कहें कि वे पीएम मोदी को गुरु मानते हैं तो मैं आप सभी को समझाना चाहता हूं कि अभी जिस परिप्रेक्ष्य में दुनिया हमारे देश हमारे भारत को देखती है, उसका सबसे बड़ा कारण है- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व। न्यू इंडिया यानी हमारी नई छवि जो उभरकर सामने आई है, जो अलग-अलग बैठकों में बात हो रही है, वो भारत के परिवर्तन की बात हो रही है।
उन्होंने कहा कि लोग पीएम मोदी से जानना चाह रहे हैं कि आपकी योजनाएं कैसे घर-घर तक पहुंच रही हैं। आपने कोविड का मुकाबला कैसे किया। आपने कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक कैसे चलाया। आपके यहां डिजिटल डिलिवरी कैसे हो रही है। कोरोना के समय आपने कैसे 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में खाना पहुंचाया। मेरा सौभाग्य था कि ये सब मैंने खुद देखा।
जब क्वाड की बैठक हो रही थी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि पीएम मोदी का ऑटोग्राफ लेना चाहता हूं। जब उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर काफी दबाव है। कई लोग स्टेट डिनर पर आना चाहते हैं। अंत में उन्होंने यह भी कहा कि आप इतने लोकप्रिय है कि जब भी आते हैं, हम पर दबाव होता है कि हम आपका कैसे स्वागत करें। यह कोई हंसी मजाक वाली बात नहीं है। मैं पीएम का आभार व्यक्त करना चाहता हूं। आज हमारे देश का जो गौरव बढ़ा है, देश की जो छवि दुनिया के सामने आई है, उसके लिए पीएम मोदी को पूरा श्रेय जाता है।
कहां-कहां गए थे पीएम मोदी?
दरअसल, पीएम मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जापान के हिरोशिमा गए थे। इसके बाद उन्होंने पापुआ न्यू गिनी की यात्रा की। यह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री के लिए प्रशांत द्वीप देश का पहला दौरा था। पीएम मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के न्यौते पर सिडनी की यात्रा भी की।