कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। वहीं कर्नाटक के मंत्री के एच मुनियप्पा ने शुक्रवार को कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार शनिवार दोपहर को होगा और विभागों का बंटवारा भी शाम तक हो जाएगा।
के एच मुनियप्पा ने कहा कि मंत्रिमंडल में वरिष्ठ लोगों के साथ युवाओं को भी शामिल किया जाएगा। चार या पांच मंत्री पदों को छोड़कर शेष पदों को एक ही दिन में भर दिया जाएगा। जब मीडिया द्वारा पूछा गया क्या वरिष्ठ नेताओं ने मंत्री पद को लेकर पार्टी आलाकमान के समक्ष कोई मांग रखी है तो उन्होंने कहा कि इस समय कुछ भी कहना मुश्किल होगा। हालांकि, हमें वरिष्ठों के साथ-साथ युवा लोगों की भी जरूरत है। हमें दोनों का संतुलन बनाने की जरूरत है।
विभागों के बारे में मंत्री मुनियप्पा ने कहा कि अभी कुछ भी तय नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि विभाग कल तय किया जाएगा। शनिवार शाम तक विभागों की घोषणा की जानी है। मुनियप्पा कर्नाटक के देवनहल्ली से विधायक हैं। वह पूर्व केंद्रीय मंत्री और सात बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ 20 मई को कर्नाटक के मंत्री के रूप में शपथ ली थी।
कैबिनेट में अब तक मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके डिप्टी डीके शिवकुमार सहित अब तक 10 पद भरे जा चुके हैं, जबकि 24 पद खाली हैं। शपथ लेने वालों में सिद्धारमैया और शिवकुमार के अलावा डॉ जी परमेश्वर, मुनियप्पा, केजे जॉर्ज, एमबी पाटिल, सतीश जारकीहोली, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे, रामलिंगा रेड्डी और बीजेड जमीर अहमद खान शामिल हैं।
वहीं कुछ दिनों से मंत्री पदों को लेकर खूब खींचतान चल रही है। नेता अपनी उम्मीदवारी को प्रभावित करने के लिए कांग्रेस के बड़े नेताओं से मिल रहे हैं। वहीं कई नेताओं ने तो दिल्ली में ही डेरा डाला हुआ है।
कैबिनेट में किसे शामिल करना है उसका फैसला मुख्यमंत्री का
कर्नाटक कांग्रेस प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कैबिनेट बनाने और कैबिनेट में किसे शामिल करना है उसका फैसला मुख्यमंत्री का है। सिद्धारमैया ने पार्टी के साथ कई नामों पर चर्चा की है, हमने अब इसे तय करने के लिए उन पर छोड़ दिया है... मुझे उनके द्वारा बताया गया था कि आगे विस्तारित कैबिनेट कल कर्नाटक में शपथ ग्रहण करेगा।
कांग्रेस करती है ओछी राजनीति
नई संसद के उद्घाटन का बहिष्कार करने के कांग्रेस के फैसले पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस को देश के व्यापक हित के बारे में सोचना चाहिए था लेकिन वे ओछी राजनीति में हैं, उन्हें भारत के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं है... उन्हें भारत के भविष्य में कोई दिलचस्पी नहीं है।