इंस्पेक्टर सुरेश ने बताया कि उसकी तैनाती ऐसी संवेदनशील जगह पर थी कि वह ड्यूटी प्वाइंट नहीं छोड़ सकते थे। अनुभव सुनने के बाद भावुक हुए प्रधानमंत्री ने सुरेश कुमार को कहा कि उनकी मां स्वर्ग में गई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार शाम को उस समय बहुत ज्यादा भावुक हो गए जब दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर सुरेश कुमार से जी-20 के दौरान अपने अनुभव बताए। इंस्पेक्टर ने अपनी मां से ज्यादा देश के लिए ड्यूटी को प्राथमिकता दी। प्राथमिकता के चलते वह मां के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए। मां की मौत के बाद भी इंस्पेक्टर सुरेश पांच घंटे तक ड्यूटी करते रहे।
इंस्पेक्टर का अनुभव सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी मां स्वर्ग में गई और उनकी मां को उनके बेटे पर गर्व होगा। इसी तरह मुखर्जी नगर थाने में तैनात महिला एसआई पिंकी ने अपनी ड्यूटी को प्राथमिकता दी। उनकी बेटी अविका तीन दिन तक बुखार में अस्पताल में तड़पती रही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 के दौरान बेहतरीन ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों व दिल्ली पुलिस के जवानों को प्रगति मैदान में शनिवार को डिनर दिया था। डिनर में सभी विभागों के कर्मचारियों को बुलाया गया था। इसमें सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर रेंक के दिल्ली पुलिस के 275 जवानों को बुलाया गया था। डिनर के दौरान प्रधानमंत्री ने भी विभागों के लोगों ने उनका ड्यूटी के अनुभव बताने को कहा।
प्रधानमंत्री ने समीप खड़े दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा में तैनात इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने उनके ड्यूटी के अनुभव बताने को कहा। इंस्पेक्टर सुरेश ने बताया कि उनकी ड्यूटी भारत मंडपम में उस जगह थी जहां देशो की द्विपक्षीय वार्ता हो रही थी। नौ सितंबर को उनके परिजनों ने बताया कि उनकी मां फूलपति देवी (74) को हार्टअटैक आया है और वह अस्पताल में भर्ती हैं। ये सुनने के बाद भी वह अस्पताल नहीं गए और ड्यूटी करते रहे।
नौ सितंबर को ही शाम छह बजे उनकी मां का देहांत हो गया। इसके बावजूद इंस्पेक्टर सुरेश कुमार नहीं गए और रात 11 बजे तक ड्यूटी करते रहे। ड्यूटी खत्म होने के बाद वह रात 11 बजे घर गए। इंस्पेक्टर सुरेश ने बताया कि उसकी जगह ऐसी संवेदनशील जगह पर थी कि वह ड्यूटी प्वाइंट नहीं छोड़ सकते थे। अनुभव सुनने के बाद भावुक हुए प्रधानमंत्री ने सुरेश कुमार को कहा कि उनकी मां स्वर्ग में गई हैं। उनकी मां को गर्व होगा कि उसने ऐसे बेटे का जन्म दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लिए ड्यूटी को प्राथमिकता देने पर गर्व है।
डिनर के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुखर्जी नगर थाने में तैनात एसआई पिंकी को अपने अनुभव बताने को कहा। एसआई पिंकी की ड्यूटी तुर्किए के राष्ट्रपति की पत्नी के साथ थी। पिंकी ने बताया कि राष्ट्रपति की पत्नी जहां भी गईं वह उनके साथ हमेशा रहीं। उनकी दो वर्ष की बेटी अविका को आठ सितंबर की शाम बुखार आ गया था। इसके बावजूद वह ड्यूटी पर आईं। बेटी आने नहीं दे रही थी। उन्होंने नौ व 10 सितंबर को ड्यूटी की। वह रात में सिर्फ तीन घंटे के लिए घर जाती थीं।
एसआई पिंकी ने बताया कि पिंकी को देखकर मन दुखी होता था, मगर देश के लिए ड्यूटी जरूरी थी। पिंकी ने पीएम को बताया कि बात करने के दौरान भाषा संबंधी परेशानी हुई। मगर गूगल ट्रांसलेटर से सब आसान हो गया। उन्होंने कहा कि देश के लिए आगे भी ऐसी ड्यूटी मिली तो वह जरूर करेंगी। राष्ट्रपति की पत्नी उन्हें अपने देश बुलाकर गई हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मजबूत देश की मजबूत बेटी की ड्यूटी वह बहुत खुश हैं।
प्रधानमंत्री के साथ डिनर करने वाले दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के इस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री के साथ डिनर करके एक अजीब सा जोश आया है। प्रधानमंत्री को पहले बार बहुत ही करीब से देखा है। अच्छा लगा जब प्रधानमंत्री ने उनके ड्यूटी व विभाग की तारीफ की। प्रधानमंत्री से दिल्ली पुलिस विभाग की तारीफ करना बहुत अच्छा लगा।