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आगरा में जूता कारोबारियों के घर मिला करोड़ों का 'खजाना', 81 घंटे... 100 अफसर और बरामद हुई अकूत दौलत


સાંજ સમાચાર

आयकर विभाग द्वारा शहर के जूता कारोबारियों के यहां की जा रही कार्रवाई मंगलवार रात आठ बजे तक चली। करीब 81 घंटे तक चली कार्रवाई में विभाग को 57 करोड़ रुपये नकद और एक करोड़ रुपये की ज्वैलरी बरामद हुई।

आयकर विभाग ने शनिवार सुबह 11 बजे हींग की मंडी स्थित हरमिलाप ट्रेडर्स के रामनाथ डंग, बीके शूज के अशोक मिड्डा व सुभाष मिड्डा और मंशु फुटवियर के हरदीप मिड्डा के 14 ठिकानों पर जांच शुरू की थी। चौथे दिन मंगलवार को दिनभर आयकर विभाग की टीमें कारोबारियों के यहां जांच में जुटी रहीं।

रामनाथ डंग के जयपुर हाउस और न्यू गोविंद नगर स्थित आवास से आयकर विभाग की टीम शाम को ही लौट गई थीं। बीके शूज पर कार्रवाई रात आठ बजे तक चली। आयकर विभाग ने रामनाथ डंग, अशोक मिड्डा, सुभाष मिड्डा और हरदीप मिड्डा के यहां से बरामद 57 करोड़ रुपये भारतीय स्टेट बैंक में जमा कराए हैं। सर्वाधिक बरामदगी रामनाथ डंग के यहां से 53 करोड़ रुपये की रही। उनके यहां बेड पर रखे नोटों की गड्डियों का फोटो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हुआ था।

बीके शूज और मंशु फुटवियर के यहां से करीब चार करोड़ रुपये नकद बरामद हुए। तीनाें कारोबारियों के यहां से करीब एक करोड़ रुपये की ज्वैलरी विभाग ने जब्त की है। जूता कारोबारियों ने अपने रिकार्ड में बोगस खर्चे दिखाए हैं। आयकर विभाग ने दस्तावेजों के साथ ही इलेक्ट्रोनिक साक्ष्य के रूप में मोबाइल, कंप्यूटर और लैपटाप से डाटा जुटाया है। इनके आधार पर विभाग अब कारोबारियों के लेन-देन की जांच करेगा।

आयकर विभाग ने जूता कारोबारियों के यहां कर में हेरा-फेरी और आय से अधिक संपत्ति की सूचना पर कार्रवाई की थी। शनिवार काे जूता कारोबारियों द्वारा कारखाना संचालकों को भुगतान किया जाता है और उनके यहां नकद धनराशि अधिक होती है। इसलिए विभाग ने शनिवार को कार्रवाई शुरू की है। आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कारोबारियों के यहां से बरामद दस्तावेजों की सघन जांच से कर चोरी व आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की जानकारी मिलेगी। इसके आधार पर कारोबारियों पर पैनल्टी लगाई जाएगी।

बीके शूज के अशोक व सुभाष मिड्डा और मंशु फुटवियर के हरदीप मिड्डा द्वारा संपत्ति में अधिक निवेश किया गया है। आयकर विभाग को जांच में इनके द्वारा संपत्ति में ठीक-ठाक निवेश करने की जानकारी मिली है। रामनाथ डंग का संपत्ति में निवेश कम है।

आयकर विभाग की आगरा में की गई कार्रवाई में यह अब तक की सबसे बड़ी नकद बरामदगी है। 57 करोड़ रुपये नकद यहां कभी नहीं मिले हैं। इतनी अधिक धनराशि नकद में मिलने की वजह से कारोबारियों द्वारा सरेंडर नहीं किया गया है।

पूर्ति निवास कमला नगर, ब्रज विहार कमला नगर, पूर्ति विला सूर्य नगर, एमजी रोड, रागिनी हाइट्स, शंकर ग्रीन्स, यूपीएसआइडीसी सिकंदरा, श्रीराम मंदिर मार्केट हींग की मंडी, प्रताप कालाेनी धाकरान, आलोक नगर जयपुर हाउस, धाकरान चौराहा स्थित 1/10 और 1/11, न्यू गोविंद नगर, चारबाग शाहगंज।

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